मुलायम सिंह यादव
लालू ने क्यों कहा कि मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री बनाया जाएगा तो मैं जहर खा लूंगा परंतु बताने की सबसे ज्यादा सांसदों का साथ साल भर में मिले दो मोके परंतु बताया जाता है कि मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री न बनने की साजिश सिर्फ और सिर्फ लाल की ही बताई जाती है तो बताने की इसकी पूरी जानकारी आपको इस आर्टिकल में बताई गई है हमारे आर्टिकल में लास्ट तक धन्यवाद।
हां तो दोस्तों बता देंगे मुलायम सिंह एक माने हुए नेता थे जिन्हें धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव के नाम से पुकारा जाता था इनको अप्रैल 1997 एचडी देवगौड़ा प्रधानमंत्री से इस्तीफा दे चुके थे साल भर के भीतर तीसरी बार सवाल उठा अगला प्रधानमंत्री कौन होगा मगर नए प्रधानमंत्री का नाम तय करने के लिए 19 अप्रैल को दिल्ली स्थित आंध्र भवन में यूनाइटेड फ्रंट की एक बैठक बुलाई गई 13 दलों को मिलाकर बने इस फ्रंट का नेतृत्व चंद्र वायु नायडू कर रहे थे
और बताने की वामपंथी नेता हरकिशन सिंह सुरजीत ने अपना प्रस्ताव रखते हुए कहा मेरी नजर में अगला प्रधानमंत्री उत्तर भारत में होना चाहिए जो सांप्रदायिक ताकतों को रोक सके और बताने की सुरजीत का इशारा मुलायम सिंह यादव की ओर ही था मुलायम सिंह एक बहुत ही अच्छे तथा काम के मामले में तत्पर तुरंत रहते थे लेखक और पत्रकार फ्रेंड हुजूर के मुताबिक मुलायम सिंह यादव के नाम पर हम राय बन गई राष्ट्रपति भवन को भी इसकी जानकारी देने की तैयारी हो गई थी कि मुलायम सिंह के नाम पर संयुक्त मोर्चे में सहमति है
और बताने की किसी भी सुरजीत को कम्युनिस्ट पार्टी की एक मीटिंग में शामिल होने के लिए मांस को जाना पड़ा तो वहीं देर रात 1:00 बजे दिल्ली से फोन पहुंचा सुरजीत को बताया गया की करंट के सभी दलों में प्रधानमंत्री पद के लिए गुजराल गुजरात को अपना नेता चुना है इस तरह 325 दिनों के भीतरिया दूसरा मौका था जब मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री बनते बनते रह गए आखिर यह खेल कैसे पलता और मुलायम को प्रधानमंत्री बनने का पहला मौका कब मिला था लिए जानते हैं इसी आर्टिकल में लास्ट तक बनी रही है और इसके पीछे किसकी साजिश बताई जा रही है और क्या बात थी जानिए।
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अगर मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री बने तो मैं जहर खा लूंगा बोले लालू
हां तो दोस्तों बता दूं कि यूनाइटेड फ्रेंड के नेताओं ने प्रधानमंत्री चुनने की ज़िम्मेदारी वामपंथी नेता हरकिशन सिंह सुरजीत कोठी उसे वक्त हरकिशन काका तीसरे मोर्चे मैं काफी बड़ा था और बता दें कि हर कोई उनका सम्मान करता था धन्यवाद।
हरकिशन सिंह सुरजीत ने मुलायम सिंह को प्रधानमंत्री बनाए जाने पर सहमति जताई मुलायम सिंह यादव की बायोग्राफी मुलायम सिंह यादव द सोशलिस्ट के लेखक बैंक मौजूद बताते हैं की शपथ ग्रहण की तारीख और समय तय होने से पहले ही लाल यादव और शरद यादव ने विरोध कर दिया लालू ने तो यह भी कहा कि यहां तक कह दिया कि मुलायम प्रधानमंत्री बने तो मैं जहर खा लूंगा इसके बाद में बताया जाता है कि दोस्तों इसी बीच एचडी देव घोड़ा के नाम पर सब की सहमति थी और 1 जून 1996 को उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
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सन 1997 में फिर मिला मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री बनने का मौका
हां तो दोस्तों अप्रैल 1997 को कांग्रेस की देव घोड़ा सरकार से समर्थन वापस ले लिया इसके बाद एचडी देवगौड़ा ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया देवगोडा की सरकार सिर्फ 324 दिन चल पाई उनके सत्ता के हथेली नई सरकार चलने की प्रक्रिया बहुत ही तेजी से वायरल होती चली गई और बता दें कि इसके बीच में अभी देवगौड़ा और लाल का यात्रा एक बार फिर से हवा में पंक्ति नेता हरकिशन सिंह सुजीत ने मुलायम सिंह यादव के नाम को प्रधानमंत्री पद के लिए आगे बढ़ाया उसे वक्त संयुक्त मोर्चे के 13 दलों में कुल 179 सांसद थे देवघर समय 110 से ज्यादा सांसद मुलायम सिंह यादव के समर्थन में थे धन्यवाद।
और बताने के शेखर गुप्ता को दिए इंटरव्यू में वामपंथी नेता आरक्षण सिंह सुजीत ने भी कहा है यूनाइटेड करंट के 120 सांसदों ने मुलायम सिंह यादव को जबकि बीच में रूपनाथ को प्रधानमंत्री बनाने का समर्थन किया था बाकी सांसद अन्य नाम पर सैनिक जारी कर रहे थे हरकिशन सिंह सर जी आए बताते हैं की यूनाइटेड फ्रंट में मुलायम सिंह का नाम तय होने के बाद में मांस को चला गया 21 अप्रैल को मास्को के समय अनुसार सुबह करीब 5:00 बजे में ट्रेंस कॉन्फ्रेंस करें की जानकारी देने की वाले थे जब के इससे पहले एंबेसी के अधिकारियों ने मुझे थोड़ी देर इंतजार करने के लिए कहा दर्शन उसे समय दिल्ली में यूनाइटेड फ्रंट के नेता अगले प्रधानमंत्री के नाम पर बैठक कर रहे थे और बताया जाता है
कि हरकिशन सिंह सुरजीत के मुताबिक उन्होंने तुरंत दिल्ली फोन लगाकर इसकी जानकारी लेने की कोशिश की उन्हें बताया गया कि उनका मास्को को जाने के बाद दिल्ली में शरद यादव के घर पर लाल यादव समय यूनाइटेड फ्रंट के कई नेताओं की बैठक हुई ।
मुलायम सिंह यादव के पीछे किसी और का नहीं सिर्फ और सिर्फ लालू यादव के विरोध के कारण धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री नहीं बन पाए।
डिस्क्लेमर: हां तो दोस्तों आप सभी भाइयों को इस आर्टिकल में मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री न बन पाए इसके बारे में बताया गया है तो ऐसी जानकारी पाने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप तथा टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करें और बैल आइकन को अवश्य दबाए पता बता दें कि हर नोटिफिकेशन के साथ आपको नई-नई न्यूज़ तथा योजनाओं के बारे में बताते रहे धन्यवाद।
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